Dhaaraa370

Tuesday 26 February 2019

India strikes back Pakistan: IAF jets drop bombs on terror camps


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The D day has arrived. It is reported that 12 Mirage jets of Indian Air Forces got into Pakistan and dropped 1000 kg payload over Jaish E Mohammad terror camps. It is suspected that over 300 terrorist are dispatched to Zannat. The attack was carried out in brahma muhurtam at 3:30 am on 26 February 2018.


It was reported first by Major General Asif Ghafoor spokesperson Pakistan Armed Forces through his twitter handle at 5:12 am.


Indian Air Force violated Line of Control. Pakistan Air Force immediately scrambled. Indian aircrafts gone back. Details to follow.
His next tweet comes 2 hours later at 7:06 am where he declares there is no loss of life and property.


Another tweet at 8:41 from him justifies his claim by attaching some photographs;

Latest post from him claims that intrusion was just 3-4 miles inside AJ&K (they name it as Aajad kashmir)
Meanwhile, there is no official statement from either IAF or indian government, but CCS (Cabinet Committee on Security) meet is going on chaired by our PM Shri Narendra Modi. NSA Shri Ajit Doval is also present in the meeting.

Subsequent to the meeting, official confirmation has come that IAF jets have destroyed Jaish E Mohammad training centre and more than 300 terrorists are believed to be eliminiated. Most important thing is this that there is no civilian casualties.



Let us see what our prominent persons have to say about it.

First of all understand the intelligence level of this man EX-AAPian
Shri Ashutosh
Now, who will teach him that only 12 Mirage 2000 have been deployed in this operation and 1000 kgs of bombs were dropped. God bless him.


Shri Rahul Gandhi says
Dr Kumar Vishwas has shared his mind in his own style
He has further attacked on those who are in habit of asking proof of military attack. See what he has to offer to them.
INC Chhatisgarh has expressed in poetic way worth seeing
Shri Yogi Adityanath puts it more sportingly:
In the meantime, a debate started in Pakistani media on whether IAF Jets has attacked in POK or in Pakistan. See what Mr. Mosharraf Zaidi has to say




There is a saying in magadh zone that is what is applied today with Pakistan: it goes like this
"चोरा के मैया चुप्पे काने (mother of thief cries stealthily)"
We do not provoke but we do not leave the game in between" Go India Go.
Jai hind Jai bharat














Tuesday 19 February 2019

सोशल मीडिया पर पत्थरबाजी (गालीबाजी) के शिकार हुए मैडम बरखा दत्त, श्री रवीश एवं श्री राजदीप


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श्री मान रवीश कुमार, श्री मान राजदीप सरदेसाई एवं बरखा दत्त मैडम,
जय हिन्द,
यह जानकार बुरा लग रहा है कि सोशल मीडिया पर आप लोगों को अपशब्द कहा जा रहा है और आपलोगों को परेशां किया जा रहा है. आप लोग वैसे लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए शिकायत भी कर रहे हैं और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी भी चाहिए. हम ऐसे तत्वों की निंदा करते हैं और उनके साथ कभी खड़े नहीं होंगे पर कुछ सवाल है जिसका जबाब आप लोगों को ही देना है:   
१  1.      बोलने कि आजादी (FOE)- आप लोग JNU प्रकरण के दौरान जिस तरह से आजादी गैंग के साथ खड़े हो गए थे ऐसा लगता था जैसे वे लोग ही आपके रोल मॉडल हैं और आप उन्हीं से उर्जा ग्रहण करते हैं. पर शायद आज आप बेहतर समझ पायेंगे कि जब एक व्यक्ति को गाली देने से इतना दुःख होता है, जरा सोचिये जब ये लोग भारत मां को गाली दे रहे थे तो देशवासियों के ऊपर क्या बितती  होगी. और आप लोग क्या कर रहे थे? पुरे लाव लश्कर के साथ पूरी दुनिया में उन गालियों को पहुँचाने कि कोशिश कर रहे थे. एक बात तो हमेशा सत्य है कि दुसरे के दर्द को समझने के लिए कहीं न कहीं दर्द से गुजरना पड़ता है. हमारे यहाँ कहावत है “ बाँझ कि जाने परसौत के हाल”.
    २.      गालीबाज और पत्थरबाज – अब जरा आप सोचिये गालीबाजों से आप लोग इतने परेशां हैं तो भारतीय सेना पत्थरबाजों से कितना परेशां होती होगी, जिसका बचाव करने के लिए आप सारी हदें पार कर  जाते हैं. आपको लगता है ये भटके हुए नागरिक हैं और बातचीत से समस्या का समाधान हो सकता है. तो फिर गालीबाज भी भटके हए इंसान हो सकते हैं और  उनके साथ भी बातचीत से समाधान निकल सकता था, फिर हो हल्ला किस बात की.
    ३.      सोशल मीडिया पर नियंत्रण : इन समस्याओं का समाधान के लिए सोशल मीडिया पर नियंत्रण का तकनीक बनाना होगा और उसके लिए सरकार को उचित क़ानून बनाना होगा. लेकिन मुझे पूरा बिश्वास है कि आप हीं लोग हैं जो सबसे पहले आकर कैंडल  मार्च निकालेंगे और पूरी दुनिया को सर पर उठा लेंगे कि बोलने की आजादी छिनी जा रही है. आप लोग आजादी की मर्यादा को शायद समझ नहीं पा रहे हैं. बिना मर्यादा की आजादी अराजकता है.
    ४.     गालीबाज किसी को बख्सते नहीं- जहाँ तक गालीबाजों की बात हैं तो आप ऐसा तस्वीर मत बनाइये कि एक खास तरह के लोग एक खास तरह के लोगों को गाली दे रहे हैं. जी नहीं यहाँ तो लोग प्रधानमंत्री तक को इतनी भद्दी गाली दे रहें हैं कि मेरा वश चले तो वो अभी के अभी अन्दर होते. लेकिन क्या करें? हमें चाहिए आजादी गैंग ने भसड मचा रखी है.उदहारण आपके सामने है.



मेरी विनती है कि इस बात को समझिये कि  देश के खिलाफ बौद्धिक आक्रमण, गालीबाजी, पत्थरबाजी में बस माध्यम और तरीके का फर्क है, असर सबमें बराबर होता है. वक्त है हम इस तरह के सभी तत्वों को नियंत्रित करें और मेरा दर्द तुम्हारे दर्द से बड़ा वाले सिद्धांत से बाहर निकलें. देश सर्वोपरी
जय हिन्द
जय भारत

Tuesday 12 February 2019

धर्मपरिवर्तन: एक दुराग्रह (Religious conversion: a pertinacity)

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(#Religious #conversion: a pertinacity)


#धर्मपरिवर्तन: एक दुराग्रह 

क्या मिला हमने कभी सोचा नहीं
देश को अपना लहू हमने दिया,
लोग जीते हैं डरे, सहमे यहाँ,
मौत से आँखें मिला हमने जिया.- एक सैनिक

आज जब देश के दुश्मन टेढ़ी नजरें टिकाये हुए हैं, देश के जांबाज दिन रात सीमा पर कठिनतम हालत में भारत मां की सुरक्षा में मुस्तैद हैं और आये दिन शहादत दे रहे हैं; तो दूसरी ओर हमारे राजनीतिज्ञ सिर्फ सत्ता सुख के लिए सब कुछ दांव पर लगाने को बेसब्र हो रहे हैं.

ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है. हमें न सिर्फ दुश्मनों के कुत्सित चालों के प्रति सतर्क रहने की जरुरत है बल्कि अपने देश के अन्दर ही फलफूल रहे #भ्रष्टाचार, व्यभिचार, हत्या, अपराध, #घरेलु हिंसा, #महिलाओं पर अत्याचार, #बेरोजगारी, भुखमरी, अशिक्षा जैसे भयानक दुश्मनों को खत्म करने कि दिशा में एक कदम बढ़ाना होगा.

आज देश अपने नागरिकों से क़ुरबानी चाहती है. क़ुरबानी, एक ऐसी क़ुरबानी जो शहादत से भी ज्यादा कठिन और प्रभावकारी है. एक ऐसी क़ुरबानी जो जिन्दा रहकर दिया जा सकता है. जी हाँ, आप चाहें तो देश को एक बेहतर देश बनाने के लिए ऐसी क़ुरबानी दे सकते हैं. आइये देखें वो कुर्बानियां क्या क्या हो सकती हैं.

इस श्रृंखला में पहला स्थान है, क़ुरबानी गलत मान्यताओं की, गलत धारणाओं की, गलत विचारणाओं की.

इसमें भी सबसे पहली प्राथमिकता #धर्म को लेकर फैले गलत मान्यताओं, गलत धारणाओं, गलत विचारणाओं की क़ुरबानी देने की आती है.

आचरण की श्रेष्ठता, विचारों की उत्कृष्टता और भावनाओं कि पवित्रता हीं धर्म का व्यवहारिक लक्ष्य है, जिसका परिपालन हर मानव को करनी चाहिए. धर्म का वास्तविक तात्पर्य ही है- मानवी चेतना में ऐसी सत्प्रवृतियों का समावेश जो सदाचरण, सद्भावना और कर्तव्यपालन के रूप में वातावरण को उल्लासपूर्ण बनाने में समर्थ हो. धर्म को धारण करने वाले, धर्म के आधार पर अपने जीवन को जीनेवाले, कर्तव्य परायणता को प्रमुखता देने वाले व्यक्ति ही सही अर्थों में धार्मिक, धर्मात्मा और धर्म परायण कहे जाने के हकदार हैं.

मानवधर्म आत्मा की एकता (एको अहम् बहुस्यामः), समता, सुचिता, शालीनता और उदार सहकारिता की आस्था पर आधारित है. उसमे विग्रह-द्वेष की कहीं कोई गुंजाईश नहीं है. अड़चन तब पैदा होती है जब विभिन्न सम्प्रदायों के बीच पाई जानेवाली भिन्नताओं तथा परम्पराओं को ही लोग सब कुछ मनाकर दुराग्रह पूर्वक यह कहते सुनते पाए  जाते हैं कि हमारी मान्यताएं एवं परम्पराएँ ही सही हैं . इसके अतिरिक्त सब झूठे हैं. अपनी धर्म ग्रंथों में जो कहा गया है वही ईश्वर का वचन है और जिसकी मान्यताएं इससे भिन्न हैं उन्हें इस धरती पर रहने का कोई हक नहीं है. यह मान्यता हीं धर्मपरिवर्तन के चलन को बढ़ावा देती है और यही विग्रह-विद्वेष का कारण बनती हैं. विवेकवान, उदारचेता इससे बचते हैं और अन्यान्यों को भी बचाते हैं.

Tuesday 5 February 2019

अरविन्द केजरीवाल को पत्रकारों ने सिखाई नागरिक धर्म



अरविन्द केजरीवाल को पत्रकारों ने सिखाई नागरिक धर्म 


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी ने केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी जी को चिठ्ठी लिखकर पत्रकारों के लिए टोल टैक्स माफ़ करने के लिए कहा. उन्हें उम्मीद थी कि इसके बदले उन्हें पत्रकारों का भारी समर्थन मिलेगा और उनकी निकल पड़ेगी पर फ़िलहाल ऐसा होता नहीं दिख रहा है. आइये देखें विभिन्न पत्रकारों ने क्या राय दी आम आदमी पार्टी के ट्विट पर.
सबसे पहले उस ट्वीट पर एक नजर डालें.
आइये देखते हैं अलग अलग पत्रकारों ने कैसे लताड़ा सरजी को

 विक्रम चंद्रा ---
सोनिया सिंह

सोनल मेहरोत्रा कपूर

रोहिणी सिंह 
स्वाति चतुर्वेदी

सरजी और उनकी पार्टी को यह समझ में आना चाहिए कि अब वो जमाना चला गया जब गाया करते थे -"एक चुम्मा तो हमका उधार देयिदे और बदले में यूपी बिहार लेयिले."

How to apply for enhanced Pension (EPS95) on EPFO web site: Pre 2014 retirees

                 Step wise guide A) Detailed steps. 1. Open EPFO pension application page using the link  EPFO Pension application The page ...