अरुण जेटली का हाल जानने शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एम्स पहुंचे.
आज जब असहिष्णुता गैंग एक खास तस्वीर आप को दिखाने की कोशिश कर रही है कि एक खास सोच के लोग सोशल मीडिया पर अलग सोच वालों की ट्रॉलिंग कर रहे हैं तो ऐसे में हर जागरुक जनता का फर्ज है कि आपको किसी भी ऐसे एजेंडे से ख़बरदार रखे.
बीबीसी हिंदी ने एक खबर छपी - अरुण जेटली का हाल जानने शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एम्स पहुंचे.
उसपर सोशल मीडिया में सहिष्णु लोगों की कैसी कैसी टिप्पणियां आई है, उसे देखकर आपको अंदाजा लग जाएगा कि जहर किस कदर भरा हुआ है?
मोहम्मद मोज़ाम्मिल: भगवान उनकी आत्मा को शांति दें.
शोकत अली : शुभ मुहूर्त कब निकला है?
शमा बुखारी : RIP advance....Dil khush ho gya.
ज़मीर खान : आज बुलेटिन जारी हो जाएगा क्या?
मिशल अंसारी : भावभीनी श्रद्धांजलि
मोहम्मद रजा : आज लगता है खबर आएगी, १५ अगस्त भी ख़तम हो चूका .
भाई इकबाल अहमद खान तो हद हीं कर दिए : इसको अभी तक जलाए नहीं?
इकबाल बेला : सुषमा के साथ जल्द मीटिंग होगी
शोकिन काजी खान दुआ करते हैं : भगवान इनकी आत्मा को शांति नहीं दे बल्कि हमेशा के लिए कैद करले.
सैयद मोहसिन अब्बास इसे धारा 370 से जोड़ते हुए देखते हैं : 370 की दूसरी क़ुरबानी के लिए देश तैयार रहे और एक ठहाके वाली ईमोजी .
करण राठी : RIP अगले जनम में कुत्ता बनना और वो भी गली का.
Md Imran Ansari : बहुत GST लगाया है अब इसका लगने वाला है GST
समसुल मालिक : मर .........( मां की गाली)
घटियापन का अंतहीन किस्सा है जो आपको और हमको बार आगाह करता है कि सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों की कमी नहीं है, और ये किसी एक तरफ के नहीं है, बल्कि दोनों सोच वाले हैं.
इसलिए हममें किसी को भी ऐसे narrative का शिकार नहीं होना चाहिए कि एक खास वर्ग के लोग ट्रोल आर्मी बनाये हुए हैं और बाकी लोग victim हैं.
ये सारे टिपण्णी उस व्यक्ति के लिए है जो ICU में जीवन और मौत की लड़ाई लड़ रहा है.
आप अंदाजा लगा सकते हैं ये सहिष्णु लोग बाकी लोगों के लिए क्या क्या लिखते होंगे.